Uttar Pradesh New Expressway: उत्तर प्रदेश में एक और बड़े एक्सप्रेसवे का निर्माण होने जा रहा है. गोरखपुर से शामली तक बनने वाला यह एक्सप्रेसवे प्रदेश का दूसरा सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा. इस एक्सप्रेसवे की लंबाई लगभग 700 किलोमीटर होगी, जो पूर्वी उत्तर प्रदेश को पश्चिमी उत्तर प्रदेश से जोड़ेगा. इस परियोजना से न केवल यात्रा का समय कम होगा, बल्कि किसानों को भी अपनी जमीन का अच्छा मुआवजा मिलेगा. आइए जानते हैं इस महत्वाकांक्षी परियोजना के बारे में विस्तार से.
एक्सप्रेसवे का मार्ग
गोरखपुर शामली एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के 22 जिलों से होकर गुजरेगा. यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर, संतकबीरनगर, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, बहराइच, लखनऊ, सीतापुर, शाहजहांपुर, हरदोई, बदायूं, रामपुर, मुरादाबाद, बरेली, संभल, बिजनौर, अमरोहा, मेरठ, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर और शामली जिलों को जोड़ेगा.
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परियोजना की लागत और कितने समय में पूरी होगी
इस एक्सप्रेसवे के निर्माण पर लगभग 35,000 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है. सरकार की योजना है कि इस साल के अंत तक इस परियोजना का काम शुरू कर दिया जाए. उम्मीद है कि अगले 3-4 सालों में यह एक्सप्रेसवे बनकर तैयार हो जाएगा.
किसानों को मिलेगा फायदा
इस एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा. सरकार किसानों को उनकी जमीन का उचित मुआवजा देने की योजना बना रही है. मुआवजे की राशि जमीन के बाजार मूल्य से कई गुना अधिक होगी, जिससे कई किसान करोड़पति बन जाएंगे.
यात्रा समय में कमी
वर्तमान में गोरखपुर से शामली तक पहुंचने में लगभग 15 घंटे का समय लगता है. इस एक्सप्रेसवे के बन जाने के बाद यह दूरी महज 8 घंटे में तय की जा सकेगी. इससे न केवल समय की बचत होगी, बल्कि ईंधन की भी बचत होगी.