Chandigarh Railway Line Project: आप लोगों को बता दें कि चंडीगढ़ से हिमाचल प्रदेश के बद्दी तक एक नई रेल लाइन बनाने का काम शुरू हो गया है. यह रेल लाइन कुल 33.23 किलोमीटर लंबी होगी और इसकी अनुमानित लागत 1540 करोड़ रुपये है.
इस प्रोजेक्ट को 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इस रेल लाइन के बनने से न केवल यात्रा का समय कम होगा, बल्कि बद्दी के औद्योगिक क्षेत्र को भी कई बड़े फायदे मिलेंगे. आइए जानते हैं इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट के बारे में विस्तार से.
42 गांवों से होकर गुजरेगा रेल लाइन
यह रेल लाइन चंडीमंदिर रेलवे स्टेशन से शुरू होगी. यह लाइन हरियाणा के लगभग 25 किलोमीटर तक पिंजौर ब्लॉक के 42 गांवों से होकर गुजरेगी. इसमें सूरजपुर, धमाला, लोहगढ़, खेड़ा, बसोला, टांडा जोलूवाल, नाकपुर, कौना और मढ़ांवाला जैसे गांव शामिल हैं. फिर यह लाइन हिमाचल प्रदेश के शीतलपुर स्थित कंटेनर डिपो केंदूवाला होते हुए संडोली तक पहुंचेगी. इस मार्ग में हिमाचल प्रदेश के 9 गांव आते हैं.
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रेल लाइन की खास विशेषताएं
इस रेल लाइन में कई खास विशेषताएं होंगी:
- नानकपुर में एक नया रेलवे स्टेशन बनेगा.
- चंडीमंदिर रेलवे स्टेशन का विस्तार किया जाएगा.
- बद्दी जाने वाली ट्रेनों के लिए अलग से लूप लाइन बनाई जाएगी.
- रास्ते में आने वाले नदी और नालों पर पुल बनाए जाएंगे.
7 लाख से ज्यादा मजदूरों को होगा फायदा
इस रेल लाइन के बनने से कई फायदे होंगे:
- बद्दी उद्योगिक क्षेत्र में काम करने वाले 7 लाख से ज्यादा मजदूरों को आवागमन में सुविधा होगी.
- उद्योगों को माल ढुलाई के लिए रेलवे का विकल्प मिलेगा, जिससे लागत कम होगी.
- बद्दी-अमृतसर-कोलकाता गलियारे से जुड़ने का पूरे उत्तरी क्षेत्र को फायदा होगा.
- व्यापार और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे.
यह रेल लाइन बद्दी के औद्योगिक क्षेत्र के लिए वरदान साबित होगी. बद्दी में कई बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियों के प्लांट हैं और यह फार्मा सेक्टर का हब है. इस रेल लाइन से उद्योगों को कच्चा माल लाने और तैयार माल भेजने में आसानी होगी. इससे उनकी लागत कम होगी और मुनाफा बढ़ेगा. साथ ही, इस क्षेत्र में नए उद्योग लगाने के लिए निवेशकों को आकर्षित किया जा सकेगा.