Delhi IAS Coaching Hadsa: क्या मृतक के परिवारों को मिलेगा सरकार की तरफ से मुआवजा, देखिए पूरी जानकारी..

Delhi IAS Coaching Hadsa: दिल्ली में एक कोचिंग सेंटर में हुए भीषण हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया. इस हादसे में कई छात्रों की मौत हो गई और कई घायल हुए. यह घटना दिल्ली के कोचिंग सेंटरों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाती है. हादसे के कारणों की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठ रही है.

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इस हादसे ने छात्रों और उनके परिवारों के जीवन को पूरी तरह बदल कर रख दिया है. घटना के बाद से देश भर में सुरक्षा मानकों को सख्त करने की मांग उठ रही है. साथ ही, छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य पर इस हादसे के प्रभाव को देखते हुए काउंसलिंग और मनोवैज्ञानिक मदद की भी जरूरत महसूस की जा रही है.

Delhi IAS Coaching Hadsa
Delhi IAS Coaching Hadsa

Delhi IAS Coaching Hadsa: हादसे का विवरण

यह हादसा 28 जुलाई, 2024 को हुआ, जब भारी बारिश के कारण राउज IAS कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर गया. बेसमेंट में पढ़ाई कर रहे तीन छात्रों की डूबने से मौत हो गई. यह हादसा तब हुआ जब ड्रेनेज सिस्टम की विफलता के कारण बेसमेंट में तेजी से पानी भरने लगा. छात्रों ने मदद के लिए पुकार लगाई, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी.

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कारण और लापरवाही

प्राथमिक जांच में पता चला है कि कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी निकासी की कोई उचित व्यवस्था नहीं थी. इसके अलावा, बारिश के मौसम में इस तरह के हादसे की संभावना को नजरअंदाज किया गया. प्रशासन और कोचिंग सेंटर दोनों की लापरवाही इस हादसे का मुख्य कारण मानी जा रही है.

प्रशासनिक कार्रवाई

हादसे के बाद प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए राजेंद्र नगर क्षेत्र के लगभग 20 कोचिंग सेंटरों को सील कर दिया है. इसके साथ ही, दिल्ली फायर डिपार्टमेंट ने राउज IAS कोचिंग सेंटर का NOC (नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इस हादसे के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है और जांच जारी है.

छात्रों का प्रदर्शन

हादसे के बाद छात्रों ने बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया. उनका कहना है कि इस क्षेत्र में हर साल बारिश के मौसम में जलभराव की समस्या होती है, लेकिन प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. छात्रों ने मांग की है कि इस तरह की लापरवाही के लिए जिम्मेदार अधिकारियों और कोचिंग सेंटर के मालिकों पर सख्त कार्रवाई की जाए.

प्रभावित परिवारों की स्थिति

इस हादसे में जान गंवाने वाले छात्रों के परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. श्रेया यादव, तान्या सोनी और नवीन डलविन के परिवार अब भी इस सदमे से उबर नहीं पाए हैं. वे अपने बच्चों के सपनों को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहे थे, लेकिन इस हादसे ने उनके सभी सपनों को चकनाचूर कर दिया.

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