आज के इस लेख में हम बात करने वाले हैं हाइब्रिड कारों पर लगने वाले टैक्स और इससे संबंधित सभी जानकारी के बारे में. जैसे-जैसे पर्यावरण को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ रही है, वैसे ही हाइब्रिड कारों की मांग भी बढ़ रही है. हाइब्रिड कारें पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाती हैं और ईंधन की खपत को कम करने में मदद करती हैं, जिससे लंबे समय तक पैसों की भी बचत होती है. तो चलिए जानते हैं इन कारों पर लगने वाले टैक्स के बारे में..
हाइब्रिड कार पर GST
भारत में हाइब्रिड कारों पर वस्तु एवं सेवा टैक्स (GST) का एक महत्वपूर्ण हिस्सा लागू होता है. पेट्रोल और डीजल से चलने वाले वाहनों की तुलना में हाइब्रिड कारों पर GST रेट अधिक होता है. हाल फिलहाल में, हाइब्रिड कारों पर 28% का GST लगाया जाता है, जो कि काफी ज्यादा है. इसके साथ ही सेस भी जोड़ा जाता है, जो कि कार के इंजन क्षमता और अन्य फीचर्स के हिसाब से लगता है.
टैक्स रेट और सेस
हाइब्रिड कारों पर केवल GST ही नहीं, बल्कि सेस भी लगाया जाता है. अगर कार का इंजन 1500cc से अधिक क्षमता का है, तो उस पर 15% से 22% तक का सेस भी लागू हो सकता है. इससे यह स्पष्ट होता है कि हाइब्रिड कारों पर टैक्स दरें सामान्य कारों से अधिक होती हैं. सेस का उद्देश्य सरकार की ओर से कारों से होने वाले पर्यावरणीय प्रभाव को कम करना है. इसके अलावा हाइब्रिड गाड़ियों को 100% टैक्स फ्री भी किया जा सकता है, जिससे लोगों द्वारा इन गाड़ियों को खरदना बेहद आसान हो जाएगा.
हाइब्रिड कारों पर मिलने वाली छूट
कुछ राज्य सरकारें हाइब्रिड कारों पर कर में छूट प्रदान करती हैं. उदाहरण के लिए, दिल्ली और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में हाइब्रिड कार खरीदने पर रोड टैक्स में छूट दी जा सकती है. यह छूट मुख्य रूप से उन लोगों को दी जाती है जो प्रदूषण कम करने वाली कारों का उपयोग करना चाहते हैं. साथ ही टैक्स फ्री गाड़ियों को खरीदने पर आपकी लगभग 4 लाख रूपये तक की बचत भी हो सकती है.