International Driving Permit: अगर आप मोटर वाहन चलाते हैं तो लाइसेंस होना तो सबसे जरूरी है. अगर आप बिना लाइसेंस के ही सड़कों पर वाहन चलाते हुए पाए गए तो आपका चालाना कर दिया जाएगा. आपको चालान के लिए भुगतान भी करना पड़ेगा. इसीलिए आज के जमाने में ड्राइविंग लाइसेंस होना बेहद जरूरी बन गया है.
लेकिन सबसे बड़ी बात यह आती है कि अगर आप विदेश जाते हैं तो आपका ही यह ड्राइविंग लाइसेंस काम करेगा कि नहीं? आपको विदेश में गाड़ी चलाने के लिए एक इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट बनवाना पड़ेगा. आप इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट को अपने क्षेत्र के आरटीओ (RTO) जाकर बनवा सकते हैं. चलिए जानते हैं कैसे इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट को बनवाते हैं. चलिए जानते हैं सभी जानकारी विस्तार से…
International Driving Permit ऐसे बनेगा:
अगर आपको भी इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट चाहिए तो उसके लिए दो चीजें होना आवश्यक है. सबसे पहले यह है कि आपके पास पहले से ही भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस होना बेहद जरूरी है उसी के बाद आप इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट बनवा सकते हैं. और दूसरी चीज यह है कि जिस व्यक्ति का international driving permit बनने वाला है तो उसे भारत का निवासी होना चाहिए.
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अगर व्यक्ति के पास ये दोनों चीजें हैं तो वह इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट बनवाने के लिए एलिजिबल माना जाएगा यानी अब वह इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट बनवा सकता है. यह बनवाने के साथ-साथ आपको अपने क्षेत्र के आरटीओ को यह भी बताना होगा कि आप किसी और देश जा रहे हैं और कितने दिनों के लिए जा रहे हैं.
International Driving Permit क्या जरूरी दस्तावेज होने चाहिए:
जो भी व्यक्ति इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट बनवाना जाता है उसके पास पहले से ही अपने देश का ड्राइविंग लाइसेंस होना चाहिए और उसकी कॉपी को आरटीओ में जमा करनी है. इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट के वेरीफिकेशन के लिए आप जिस देश जा रहे हैं वहां जाने का वीजा और हवाई टिकट की कॉपी जमा करनी होगी.