जी हां, हम बताने वाले हैं कि जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट मैं जमीन अधिग्रहण चल रहा है और बताया जा रहा है कि अब 14 अन्य गांव की जमीनों का भी अधिग्रहण होने वाला है. इस अधिकरण प्रक्रिया से लगभग 12000 किसानों को फायदा होगा. और यह प्रक्रिया न केवल आपके क्षेत्र का विकास करेगी बल्कि किसानों को भी बहुत ज्यादा मुआवजा दे सकती है. तो चलिए नोएडा में बनने वाले इस इंटरनेशनल एयरपोर्ट की जमीन अधिग्रहण के बारे में सभी जानकारी जानते हैं.
2084 हैक्टेयर जमीन का होगा अधिग्रहण
Jewar Airport के तीसरे और चौथे चरण के लिए कुल 2084 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा. इसमें से 1888 हेक्टेयर जमीन किसानों की है, जबकि 165 हेक्टेयर सरकारी जमीन है. इस जमीन पर तीन नए रनवे और टर्मिनल बिल्डिंग-3 का निर्माण किया जाएगा.
8,000 परिवारों को बदलना पड़ेगा अपना घर
इस अधिग्रहण से 14 गांवों के लगभग 12 हजार किसान प्रभावित होंगे. इनमें से करीब 8 हजार परिवारों को दूसरे स्थान पर ले जाता जाएगा. प्रभावित गांवों में नीमका-शाहजहांपुर, ख्वाजपुर, रामनेर, किशोरपुर, बनवारीबास, पारोही, मुकीमपुर सिवारा, जेवर बांगर, साबौता मुस्तफाबाद, अहमदपुर चौरौली, दयानतपुर, बंकापुर और रोही शामिल हैं.
किसानों को मिलेगा मुआवजा
इस जमीन अधिग्रहण और विस्थापन में करीब 15,000 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है. पिछले चरणों में 7,000 किसानों को 8,000 करोड़ रुपये से अधिक का मुआवजा दिया जा चुका है. इस मुआवजे ने किसानों के जीवन में बड़ा बदलाव लाया है. कई किसानों ने नए घर बनाए हैं, कारें और बाइक खरीदी हैं, और नए व्यवसाय शुरू किए हैं.