मध्य प्रदेश में कई जरूरी ExpressWay पर काम चल रहा है, जो राज्य के विकास और रोजगार के अवसरों को बढ़ाने के लिए बनाए जा रहे हैं. इन एक्सप्रेस-वे के माध्यम से मध्य प्रदेश और देश के अन्य राज्यों के बीच बेहतर कनेक्टिविटी स्थापित होगी. आइए हम इनमें से आठ प्रमुख एक्सप्रेस-वे प्रोजेक्ट्स के बारे में जानते हैं विस्तार से…
1. महाकाल एक्सप्रेस-वे
अडानी समूह ने 1-2 मार्च 2024 को मध्य प्रदेश के उज्जैन में हुए रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में महाकाल एक्सप्रेस-वे के निर्माण की घोषणा की. इस परियोजना में 5000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा. यह एक्सप्रेस-वे राजधानी भोपाल से धर्मनगरी उज्जैन को जोड़ेगा और इंदौर से शुरू होगा, जिससे उज्जैन से इंदौर की दूरी 45 मिनट कम होगी. इस राजमार्ग की कुल दूरी 198Km होगी.
2. नर्मदा एक्सप्रेस-वे
नर्मदा ExpressWay परियोजना की लागत लगभग 30,000 करोड़ रुपये है, जो अमरकंटक से अलीराजपुर तक फैली हुई है. यह 1300 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेस-वे मध्य प्रदेश को छत्तीसगढ़ और गुजरात से जोड़ेगा. इस परियोजना से अमरकंटक, डिंडोरी, शाहपुरा, मंडला, जबलपुर, नरसिंहपुर, हरदा, खिरकिया, पुनासा, हरसूद, खंडवा, मुंडी, ओंकारेश्वर, कुक्षी, बड़वाह और अलीराजपुर जैसे क्षेत्रों को लाभ होगा.
3. आगरा-ग्वालियर एक्सप्रेस-वे
आगरा-ग्वालियर ExpressWay मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के बीच परिवहन को मजबूत बनाने के लिए बनाया जा रहा है. इसकी लागत करीब 2500 करोड़ रुपये होगी और यह 88 किलोमीटर लंबी दूरी तय करेगा. यह ग्वालियर के निरवाली तिराहा से शुरू होकर झांसी, शिवपुरी, भिंड, मुरैना और दतिया होते हुए उत्तर प्रदेश के आगरा तक पहुंचेगा. इस एक्सप्रेस-वे से ग्वालियर से आगरा की यात्रा का समय 3 घंटे से घटकर 2 घंटे हो जाएगा.
अन्य जरूरी ExpressWay
इसके अलावा कुछ अन्य प्रमुख एक्सप्रेस-वे परियोजनाएँ भी प्रस्तावित हैं जैसे:
- अटल प्रगति पथ: यह मध्य प्रदेश में विभिन्न शहरों को जोड़ने का कार्य करेगा.
- मालवा-निमाड़ विकास पथ: यह क्षेत्रीय विकास में सहायक होगा.
- बुंदेलखंड विकास पथ: यह बुंदेलखंड क्षेत्र की कनेक्टिविटी को बढ़ाएगा.
इन सभी परियोजनाओं का उद्देश्य न केवल परिवहन को सुगम बनाना है बल्कि कृषि, खनन और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में भी विकास को बढ़ावा देना है.