WhatsApp Ban: हमारे देश में WhatsApp बहुत ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है और आप किसी के भी फोन में चेक कर लीजिए वह व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति से बात करने के लिए WhatsApp का इस्तेमाल तो जरूर करता होगा. पर क्या WhatsApp हमारे देश में बना हो सकता है इसके बारे में कई रिपोर्ट निकाल कर आ रही है.
अगर आप भी अपने फोन पर WhatsApp का इस्तेमाल करते हैं और इस दुविधा में है कि WhatsApp Ban होगा कि नहीं तो आज किस आर्टिकल में हम आपकी इस दुविधा को मिटा देंगे. तो चलिए दोस्तों जानते हैं आज के इस आर्टिकल में WhatsApp Ban से जुड़ी सारी जानकारी.
कब और कैसे हुई थी WhatsApp की शुरुआत:
जिस ऐप को दुनिया भर के लोग इस्तेमाल कर रहे हैं क्या आपको पता है उसकी शुरुआत कैसे और किसने की थी. हम आपको बता देना चाहते हैं कि व्हाट्सएप की शुरुआत दो दोस्त जो अमेरिका में रहते हैं उन्होंने की थी. इन दोस्तों का नाम Jan Koum और Brian Acton है. यह दोनों दोस्त एक ही यूनिवर्सिटी में साथ में पढ़ते थे. इन दोनों ने मिलकर WhatsApp की शुरुआत साल 2009 में की थी.
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जब व्हाट्सएप इंटरनेट पर आया था तब आप इसे पैसे देकर साधारण मैसेज भेजने के लिए इस्तेमाल कर सकते थे मगर जैसे-जैसे इंटरनेट की कीमतों में गिरावट हुई वैसे-वैसे WhatsApp लोगों के बीच बहुत ज्यादा प्रसिद्ध हो गया और इन दोनों दोस्तों ने मिलकर इसकी सुविधाओं को फ्री में उपलब्ध कराना शुरू कर दिया. साल 2014 में इन दोनों ने इस व्हाट्सएप को Meta कंपनी को 19 बिलीयन उस डॉलर्स में देख दिया.
क्यों हो सकता है WhatsApp Ban:
यह बात सामने आ रही है कि हमारे देश की सुप्रीम कोर्ट में किसी केस की सुनवाई के वक्त सुप्रीम कोर्ट के जज ने WhatsApp कोई यह आदेश दिया कि उन्हें अपने ऐप से End To End Encryption हटाना होगा. हम आपको बता देना चाहते हैं कि ENd to End Encryption होने के कारण व्हाट्सएप के मैसेजेस को सिर्फ दो ही लोग पढ़ सकते हैं. उसे मैसेज को भेजने वाला और उसे मैसेज को रिसीव करने वाला ही व्हाट्सएप के मैसेजेस को पढ़ सकता है.
मगर हमारे देश का सुप्रीम कोर्ट चाहता है कि व्हाट्सएप अपनी End To End Encryption को हटा दे जिससे देश की सरकारी सुप्रीम कोर्ट मैसेज को पढ़ सके. मगर WhatsApp ने यह साफ मना कर दिया है कि वह यह काम नहीं करेंगे और यदि सरकार या देश का सुप्रीम कोर्ट उन्हें End To End Encryption हटाने को रहेगा तो वह भारत को छोड़कर चले जाएंगे इसका मतलब वह अपनी सुविधा भारत में बंद कर देंगे इसके बाद भारत के लोग WhatsApp का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे.